-सीबीआइ टीम ने दुर्घटना वाली जगह का किया दौरा
-अधिकारियों से भी पूछताछ की गयी
आजाद सिपाही संवाददाता
भुवनेश्वर/बालासोर। सीबीआइ ने बालासोर रेल हादसे मामले में प्राथमिकी दर्ज का ली है। इसी के साथ केंद्रीय एजेंसी ने मामले की जांच की जिम्मेदारी संभाल ली है। सीबीआइ दुर्घटना के कारण को लेकर तीन एंगल को लेकर चल रही है। लापरवाही, साजिश या टेक्निकल गड़बड़ी। सीबीआइ की टीम मंगलवार को दुर्घटना स्थल पर पहुंची। रेलवे के अधिकारियों से पूछताछ भी की गयी। गौरतलब है कि ओड़िशा के बालासोर में बीते शुक्रवार को दो यात्री ट्रेन और एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इस भीषण हादसे में 288 लोगों की जान चली गयी थी और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। आरंभिक जांच में मानवीय भूल और सिंगनल स्सिटम में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की गयी थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी।
विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज:
निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए केंद्रीय एजेंसी ने बालासोर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 337, 338, 304-ए (लापरवाही से मौत) और 34 (समान मंशा) और रेलवे अधिनियम की धारा 153 (रेलवे यात्रियों के जीवन को खतरे में डालने वाला काम), 154 और 175 (जीवन को खतरे में डालना) के तहत दर्ज प्राथमिकी को अपने हाथ में ले लिया है। प्रक्रिया के मुताबिक, सीबीआइ स्थानीय पुलिस के मामले को अपनी प्राथमिकी के रूप में फिर से दर्ज करती है। इसके बाद जांच शुरू की जाती है। केंद्रीय एजेंसी अपनी जांच के बाद प्राथमिकी में धाराएं जोड़ या हटा सकती है।
सीबीआइ के 6 सदस्यीय टीम पहुंची:
सीबीआइ की 6 सदस्यीय टीम मंगलवार को बालासोर पहुंची। उन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया। अधिकारी बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन का भी पहुंचे। वहां सिग्नलिंग रूम, रिकॉर्ड रूम और अधिकारियों से पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक एजेंसी को मामले की तह तक जाने के लिए रेल सुरक्षा और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की सहायता भी लेगी। सीबीआइ दुर्घटना के हर एंगल को खंगालेगी। इसमें रेल विशेषज्ञ की मदद की जरूरत पड़ेगी।