-मास्टर माइंड सिकंदर का बेटा रांची के हरमू में चलाता है दुकान
-हरमू हाउसिंग कॉलोनी में सिकंदर का घर भी है
रांची। नीट पेपर लीक मामले के तार अब झारखंड से जुड़ रहे हैं। बिहार पुलिस ने देवघर से आधा दर्जन आरोपी को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र स्थित एम्स के नजदीक झुनू सिंह के मकान में किरायेदार बन कर रह रहे थे। सभी आरोपी पटना के शास्त्रीनगर थाना में दर्ज मामले में संदिग्ध है। गिरफ्तार आरोपी में बिहार के नालंदा जिले के छविलापुर थाना क्षेत्र स्थित बलदार विगहा निवासी पंकु कुमार, परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, नुरसराय थाना क्षेत्र के दरुआरा निवासी काजू उर्फ प्रशांत कुमार, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के अजीत कुमार और राजीव कुमार उर्फ कारू का नाम शामिल है। जानकारी के मुताबिक पेपर लीक का सरगना संजीव मुखिया के नीचे अमित आनंद और नीतीश काम कर रहे थे। अमित आनंद लाइजनर का काम करता है। नीतीश अमित आनंद का दोस्त है। सिकंदर ने अनुराग और आयुष जैसे कई अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था। चिंटू के मोबाइल पर पेपर के जवाब आये थे। चिंटू ने जवाब पिंटू को दिये और फिर प्रिंटर साथ लेकर चल रहे पिंटू ने सारे सवालों के जवाब प्रिंट किये। चिंटू-पिंटू के जरिये भेजे गये सवालों के जवाब रातों रात पटना के लर्न एंड प्ले स्कूल पहुंचा दिये गये। वहां पहले से मौजूद अनुराग और आयुुष जैसे छात्रों ने जवाब का रट्टा मारा और अगली सुबह एग्जाम देने गये।

30-32 लाख में पेपर की डील की थी सिकंदर ने
नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सिकंदर यादवेंद्र मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने 30 से 32 लाख रुपये में पेपर की डील की थी। इसके बाद चार अभर्थियों को उसने पेपर 40-40 लाख रुपये में बेचा था। बताया जा रहा है नीट का पेपर सबसे पहले झारखंड के हजारीबाग से लीक हुआ था। सिकंदर यादवेंद्र ने दानापुर पटना के आयुष कुमार, समस्तीपुर के अनुराग यादव, रांची के अभिषेक कुमार और गया के शिवनंदन कुमार को पेपर देने की बात कही है। 5 मई को होनेवाली नीट की परीक्षा के लिए सिकंदर यादवेंद्र ने चारों अभियर्थियों को 4 मई की रात को पटना के रामकृष्णा नगर में जाकर पेपर सौंपा। उस वक्त अमित आनंद और नीतीश कुमार भी उसके साथ मौजूद था। इसके बाद रातभर सभी को पेपर रटवाया गया, लेकिन 5 मई को पटना के बेली रोड से चारों अभियर्थियों को एक झारखंड नंबर की गाड़ी से हिरासत में ले लिया गया था, जिसके बाद पेपर लीक के खुलासे हुए थे। जानकारी के मुताबिक सिकंदर का बेटा होमी आनंद हरमू में दुकान चलाता है। वही हाउसिंग कॉलोनी में सिंकदर का घर भी है।

 

 

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