-पर्यावरणी प्रेमी होंगे सरकारी स्कूल, लगेंगे 10 पौधे
-जेइपीसी से पांच लाख पौधरोपण का महाअभियान किया शुरू
रांची। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने महत्वपूर्ण पहल करते हुए राज्य में पांच लाख फलदार पौधे लगाने के लक्ष्य की शुरूआत की। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के मुख्यालय में गुरुवार को प्रशासनिक पदाधिकारी जयंत मिश्रा ने यूनियन बैंक और उत्कर्ष फाइनेंस बैंक के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पौधरोपण महाअभियान की शुरूआत की। इस मौके पर जयंत मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित और स्वच्छ बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। आज विश्व में जलवायु परिवर्तन एक चुनौती है। प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने के लिए यह आवश्यक है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगायें। जयंत मिश्रा ने अन्य सामाजिक और निजी क्षेत्र में कार्यरत संस्थानों से भी आगे बढ़कर इस महा अभियान में शामिल होकर विद्यालयों में अधिक से अधिक पौधा दान करने की अपील की।
मिश्रा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य के सरकारी विद्यालयों में कम से कम 10 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विद्यालयों के इको क्लब को अनुदानित राशि के रूप में 23 करोड़ 2 लाख 31 हजार 500 रुपये उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही मनरेगा के माध्यम से भी इस लक्ष्य को हासिल किया जायेगा। इको क्लब की गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले टॉप 1000 विद्यालयों को प्रोत्साहित किया जायेगा। साथ ही बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक जिले से पांच यानी 120 विद्यालयों का राज्य में चयन कर उन्हें राज्यस्तर पर पुरस्कृत भी किया जायेगा।
विद्यालयों में ग्राफ्टेड पौधे लगाने का निर्देश
स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि विद्यालयों में बड़े आकार के ग्राफ्टेड पौधे लगाये जायें। इनकी सुरक्षा, देखभाल, पानी और खाद आदि सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी हाउस और इको क्लब पर होगी। इनमें ऐसे पौधे को प्राथमिकता दी जाये, जो फलदार हों। मध्याह्न भोजन में जिनका उपयोग किया जा सके, अथवा पर्यावरण के दृष्टि से लाभदायक हो। यदि वन विभाग में उपयुक्त पौधे की व्यवस्था ना हो, तो अभिभावक-प्रधानाध्यापक और शिक्षकों द्वारा उक्त वर्णित पौधा बाजार से क्रय कर विद्यालयों में लगाया जाये। यदि विद्यालयों में स्थान का अभाव हो तो गमला और फिश ट्रे में पौधरोपण किया जाये। विद्यालय के किचेन गार्डेन में मौसमी और औषधीय पौधरोपण करना भी अनिवार्य है।
राशि का शत प्रतिशत करना होगा व्यय
जेइपीसी द्वारा प्रत्येक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड साधन सेवी और संकुल साधन सेवियों को यह दायित्व दिया गया है कि प्रत्येक विद्यालय का लगातार अनुश्रवण करते हुए समय पर इको क्लब को दी गयी अनुदानित राशि का उपयोग सुनिश्चित करायी जाये। व्यय राशि की भौतिक-वित्तीय उपलब्धि के अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रबंध पोर्टल पर प्रतिमाह उपलब्ध करायी जाये।