पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा एक सप्ताह के लिए पूरे राज्य में संक्रमण जोन में लॉक डाउन की पाबंदियां लागू करने के बावजूद राज्य पर्यटन विभाग ने विभिन्न हिस्से में मौजूद ग्रीन जोन में पर्यटन कारोबार को दोबारा शुरू करने की पहल कर दी है।
राज्य पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। बताया कि राज्य भर में 34 महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र है। इनमें से अधिकतर उत्तर बंगाल में स्थित हैं। धीरे-धीरे इन्हें खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रारंभिक तौर पर 10 पर्यटन केंद्रों को खोला गया है और आसपास मौजूद सरकारी गेस्ट हाउस में भी पर्यटकों के ठहरने और अन्य व्यवस्थाओं को पुनर्बहाल कर दिया गया है।
गौरतलब है कि फरवरी महीने के मध्य से ही पर्यटन कारोबार को बंद कर देना पड़ा था। उसके बाद से करीब 4 महीने बीत चुके हैं और कारोबार पूरी तरह से ठप है। इसकी वजह से राज्य पर्यटन विभाग को काफी नुकसान भी पहुंचा है। हालांकि अब जबकि हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं तो इसे खोलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
बताया गया है कि उत्तर बंगाल के कलिंगपोंग में स्थित मशहूर मॉर्गन हाउस टूरिस्ट लॉज को फिर से खोला गया है। इसके अलावा दीघा के समुद्र तट पर मौजूद सरकारी रिसॉर्ट और गेस्ट हाउस खोलने के निर्देश दे दिए गए हैं। 34 टूरिस्ट लॉज में से 10 को फिलहाल खोल दिया गया है। आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। किसी भी तरह से कोई कोरोनावायरस वाहक ना बने इसके लिए शारीरिक दूरी का विशेष तौर पर ख्याल रखा जा रहा है।
विशेष तौर पर यह निर्देश दिया गया है कि पर्यटकों को उनके कमरे में ही खाना पहुंचाया जाए ना कि गेस्ट हाउस के रेस्टोरेंट रूम में। पश्चिम बंगाल राज्य पर्यटन विभाग की वेबसाइट से ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी गई है। जानकारी के मुताबिक विष्णुपुर, मैथन, डायमंड हार्बर, तिलाबारी, रंग बितान, शांतिनिकेतन, बकखाली, झाड़ग्राम और मलांच्या में गेस्ट हाउस को खोल दिए गए हैं।