रांची। ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई के सरकारी आदेश का विरोध बालू ट्रक आॅनर्स एसोसिएशन ने गुरुवार को किया। नामकुम दुर्गा सोरेन चौक के पास गाड़ियां खड़ी कर ट्रक मालिकों ने विरोध जताया और धरना दिया। बता दें कि सीएम के आदेश के बाद हाइवा-डंपर एवं अन्य सभी गाड़ियों से बालू की ढुलाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके विरोध में बालू एसोसिएशन के सदस्यों ने 100 से ज्यादा गाड़ियां खड़ी कर विरोध जताया। फिर अपनी मांगों के साथ धरने पर भी बैठ गये। मौके पर उपस्थित बालू ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप कुमार साहू ने बताया कि यह फैसला झारखंड के मजदूरों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि 700 हाइवा और डंपर का रजिस्ट्रेशन झारखंड सरकार ने ही कराया था, लेकिन अब अचानक से नियमों को बदलने से कई मजदूरों का रोजगार छीन गया है। उन्होंने बताया कि एक हाइवा या डंपर के चलने से ढुलाई और मजदूरी मिलाकर कुल छह लोगों को रोजगार मिलता है। ऐसे में इस फैसले का प्रकोप राज्य के सभी मजदूरों को झेलना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि राजधानी रांची में अगर सिर्फ ट्रैक्टर से ही बालू की आपूर्ति की जाती रहेगी, तो राजधानी में हो रहे निर्माण कार्य को देखते हुए उसे पूरा करने में कम से कम तीन महीने से भी ज्यादा का समय लगेगा।
अध्यक्ष दिलीप साहू ने बताया कि सबसे पहले मुख्यमंत्री को अपना आदेश वापस लेना चाहिए। इसके साथ ही बालू गाड़ी की धर पकड़ बंद की जानी चाहिए। हाइवा और डंपर से बालू उठाने की इजाजत दी जानी चाहिए, क्योंकि इससे कई लोगों का रोजगार जुड़ा है।
बड़ी गाड़ी से बालू ढोने पर रोक का विरोध शुरू
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