कांग्रेस पार्टी को अपने विधायकों को विश्वास में लेकर बातें करनी चाहिए
पुलिस ही बेहतर बता पायेगी कि कानून की गिरफ्त में आये लोगों की मंशा क्या थी
झामुमो को प्रतिवाद की भाषा आती है

आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा की ओर से राज्य की स्थिर सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची गयी। इसका अंदाजा हमें पहले से था। लोगों को लगने लगा था कि इस प्रकार से विधायकों के बीच भ्रम फैलाने के लिए कोई साजिश की जा सकती है। शनिवार को ये बातें झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहीं। वे झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बोल रहे थे। सुप्रियो ने कहा कि भाजपा की बहुत दिनों से चाहत रही है कि कर्नाटक और मध्यप्रदेश मॉडल को यहां भी लागू किया जाये। पहले राजस्थान में उनकी भद् पिट गयी। इसके बाद उनका अगला निशाना झारखंड ही था। भाजपा ऐसी कोशिश कर रही है, इसका खुलासा दुमका चुनाव के समय हुआ था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने तब कहा था कि दुमका और बेरमो उपचुनाव के बाद सरकार गिर जायेगी। इसकी पूरी तैयारी हमने कर ली है। इसके बाद मधुपुर उपचुनाव के समय भाजपा के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने भी कहा था कि मधुपुर उपचुनाव के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी और बाबूलाल मरांडी बहुत जल्द मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ये बातें लोगों के जेहन में आती कैसे हैं। सवाल यही है। एक चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने के लिए वे क्यों बेकार की कोशिश करते है। हम लोग जानते हैं कि धीरे-धीरे केंद्र सरकार जिस रूप में सामने आ रही है, वह रूप केवल अलोकतांत्रिक ही नहीं, आक्रामक भी है और भयानक भी। पेगासस के बाद यह खुल कर सामने आ गया कि केंद्र सरकार के विरोध मेें कोई नीतिगत सवाल उठाते हैं या बातें करते हैं तो आपको प्रताड़ित किया जायेगा। यह केवल विपक्षी दलों पर ही नहीं बल्कि पत्रकारों, मंत्रियों और नौकरशाहों पर भी लागू है। रांची पुलिस ने अभी तक जो बातें बतायी हैं, उससे सीपी सिंह की बात को ही बल मिलता है, भाजपा अगर ऐसा करती, तो लोग पकड़े नहीं जाते। जब होटलों में छापा पड़ा, तो यदि सब कुछ सही रहता तो सामान छोड़ कर भागने की जल्दी क्यों रही थी। यह संदेह पैदा करता है। संदिग्ध लोगों के होटल छोड़कर भागने की घटना को हम गंभीरता से देख और समझ रहे हैं। आगे के लिए हम तैयार भी हैं। यदि किसी तरह की अलोकतांत्रिक साजिश हुई तो फिर यह राज्य चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा, पत्रकार लोकतंत्र के पहरेदार हैं। पुलिस इस मामले में अपना काम करेगी, लेकिन पत्रकार भी इस मामले की तफ्तीश करें और इसके पीछे की मंशा को लोगों के सामने लायें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई है। यह उसी की साजिश है। उसके नेता इस तरह के बयान देते रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अनूप सिंह का आवेदन हमने भी देखा है। मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी को अपने विधायकों को विश्वास में लेकर बात करनी चाहिए। उनको हम सलाह नहीं दे सकते। कांग्रेस का केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व उनको विश्वास मेें लेकर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि भाजपा का मुंगेरीलाल का यह हसीन सपना कभी साकार नहीं होगा। गठबंधन की सरकार पांच साल की टिकाऊ सरकार है। सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोग ठोक बजा कर काम करते हैं। पैसा लेने के पहले बाबूलाल मरांडी ही एक चिट्ठी दिखाये थे कि किसको एक करोड़ मिला और किसको दो करोड़ मिला। वे लिखित भी रखते हैं। उन लोगों की कोई नयी चिट्ठी सामने आती है तो बतायेंगे।

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