पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री और विभागीय प्रधान सचिव में डॉग फाइट करा कर नीतीश कुमार ने शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया। इन दोनों को पद से हटाया जाना चाहिए।

सुशील मोदी ने बुधवार को कहा कि मंत्री चंद्रशेखर कभी रामचरित मानस पर जातिवादी टिप्पणी करते हैं, तो कभी हवाई अड्डे पर उनके सामान में कारतूस बरामद होती है और कभी मीडिया में प्रचार पाने के लिए वे कुलाधिपति के समक्ष राजनीतिक भाषण करने लगते हैं। ऐसे शिक्षा मंत्री छात्रों को क्या संदेश देंगे?

उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की बर्बादी के लिए लालू प्रसाद के एक बड़बोले विधायक का मंत्री बनना ही काफी था। ऊपर से मुख्यमंत्री ने कोढ़ में खाज की तरह एक बदजुबान अफसर को इस विभाग का प्रधान सचिव भी बना दिया। अब मंत्री और प्रधान सचिव की लड़ाई में दोनों स्तरों से तुगलकी फरमान जारी हो रहे हैं। दोनों एक-दूसरे को औकात बताने पर तुले हैं। एक पर लालू प्रसाद और दूसरे पर नीतीश कुमार का वरदहस्त है।

उन्होंने कहा कि प्रधान सचिव की जुबान ही इस महकमे का कानून है। नीचे के अधिकारी सस्पेंड करने की धमकी और पैंट गीला करने जैसी गाली के बीच कैसे काम कर रहे हैं, इसका अनुमान लगाया जा सकता है। नीतीश सरकार की विफलता के चलते राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में सत्र अनियमित है। स्नातक स्तर पर हजारों सीटें खाली रह जाएंगी। छात्र यहां दाखिला नहीं लेना चाहते। विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 40 फीसदी पद खाली पड़े हैं।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version