पटना/नालंदा। बिहार के राजगीर में 18 जुलाई से शुरू हो रहे राजकीय मलमास मेले की तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज राजगीर पहुंचे। वे सड़क मार्ग से अपराह्न एक बजे राजगीर पहुंचे। मुख्यमंत्री मलमास मेला शुरू होने के पहले दूसरी बार राजगीर पहुंचे हैं। इसके पहले दो जून को वे राजगीर पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री राजगीर पहुंचकर सबसे पहले वैतरणी घाट गए। यहां उन्होंने वैतरणी नदी में की गई उड़ाही और बनाए गए घाटों का निरीक्षण किया। इसके बाद ब्रह्म कुंड परिसर पहुंचे और बारीकी से कार्यों का निरीक्षण किया। ब्रह्मकुंड परिसर में सप्तधारा का निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने गर्म पानी का सेवन भी किया। मुख्यमंत्री ने पूरे परिसर में घूम-घूम कर जायजा लिया। हालांकि, वे मीडिया से बिना मुखातिब हुए ही पटना लौट गए।
उल्लेखनीय है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में टेंट सिटी का निर्माण हो रहा है। राजगीर स्थित सरस्वती नदी एवं वैतरणी नदी की उड़ाही कर घाटों का जीर्णोद्धार कराया गया है। मान्यता है कि एक महीने तक 33 कोटि देवी देवता राजगीर में ही प्रवास करते हैं। इसलिए देश के कोने-कोने से साधु संत शाही स्नान और लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा करने राजगीर पहुंचते हैं।
साधु संतों के रहने के लिए भी अलग से व्यवस्था की जा रही है। राजगीर आने वाले श्रद्धालुओं को पहली बार पीने के लिए शुद्ध गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए जगह-जगह पर गंगाजल के नल की व्यवस्था की गई है। साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डीएम शशांक शुभंकर भी प्रतिदिन मेले के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।