रांची। विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन अनंत ओझा और पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बीच राजमहल और साहिबगंज में पेयजलापूर्ति को लेकर बहस चल रही थी। इस बीच सीपी सिंह ने पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर से तांत नगर जलापूर्ति योजना की जानकारी मांगी। साथ ही संवेदक का नाम भी पूछा। इस पर पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि हरमू नाला में कौन संवेदक था ये भी सीपी सिंह को बताना चाहिए। मैं खुद संवेदक को फोन करता हूं, उन्हें काम के लिए दबाव बनाता हूं। ये गलत नहीं है। मंत्री ने कहा कि संवेदक, इंजीनियर और सचिव के साथ बेहतर संबंध होना चाहिए। ताकि तालमेल से काम पूरा किया जा सके। सीपी सिंह ने कहा कि मुझे मंत्री की काबिलियत पर कोई शक नहीं है, लेकिन कनेक्शन देने का मतलब यह नहीं कि पानी मिल ही रहा हो।

दिसंबर तक पूरी कर ली जायेगी जलापूर्ति योजना
अनंत ओझा ने सदन में पेयजल मंत्री से पूछा कि राज्य में 62 लाख घरों तक जलापूर्ति किया जाना था। क्या साहिबगंज ग्रामीण जलापूर्ति योजन के तहत 13 हजार घरों में जलापूर्ति हो रही है। इस पर जवाब देते हुए विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों की बराबर भूमिका है। इस योजना के लिए राज्य सरकार 60 प्रतिशत राशि दे रही है। पिछली सरकार में पौने पांच प्रतिशत भी काम नहीं हुआ था। आज विपरीत परिस्थिति में भी 54 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है। विभाग के अनुसार राज्य में अब तक 33 लाख 75 हजार घरों तक पेयजलापूर्ति की जा रही है। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि साहिबगंज शहरी जलापूर्ति योजना दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा।

पहली बारिश में गिर गया जलमीनार
विधायक नीरा यादव ने कहा कि कोडरमा के निमाडीह गांव में जलमीनार बनाया गया था, लेकिन यह पहली ही बारिश में गिर गया। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। विधायक मंगल कालिंदी ने गोविंदपुर जलापूर्ति योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि 237 करोड़ की इस योजना में घपला हुआ है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।

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