रांची। केंद्रीय मंत्री और झारखंड के प्रभारी शिवराज सिंह गुरुवार को रांची पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कठघरे में खड़ा किया। कहा कि एक डरा हुआ मुख्यमंत्री अपने मंत्री की ही जासूसी करा रहा है और केवल एक की जासूसी नहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन में जितने मंत्री, विधायक हैं, सबकी जासूसी हो रही है और दो महीने जिसको मुख्यमंत्री रहना है, वह एक महीने का मंत्री भी बनाता है। उन्होंने पत्रकारों को इंगित करते हुए कहा कि मित्रों, झारखंड के मुख्यमंत्री तो जासूस निकले।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चंपाई सोरेन को जिस तरह अपमानित किया गया है। जिस ढंग से मुख्यमंत्री रहते हुए उनके साथ व्यवहार हुआ है, वह आश्चर्यजनक है। चंपाई सोरेन अच्छा काम कर रहे थे। उन्होंने झारखंड को पटरी पर लाने की कोशिश की, गलत वसूली करने वालों के काम रोके। राज्य को दलालों-बिचौलियों से मुक्त करना चाहा, जहां इसके लिए उनकी प्रशंसा होनी चाहिए थी, वहां उलटे इसके लिए उन्हें बदला चुकाना पड़ा अपमानित होकर। उन्हें इस हद तक आहत किया गया कि झारखंड बचाने के लिए उन्होंने जेएमएम को छोड़ दिया। कहा कि जेएमएम तो अब जासूसी मोर्चा हो गया है। पूरा झारखंड तबाह और बर्बाद है। उन्होंने कहा कि नोटों के ढेर जो बरामद हुए सत्ताधारी पार्टी के यहां से, मंत्री के यहां से वे झारखंड की जनता की लूट की दास्तां बयां कर रहे हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठिये हमारे आदिवासी भाई-बहनों की जमीन पर कब्जा करते जा रहे हैं। बेटियों से शादी करके जमीनें छीनी जा रही हैं। भ्रष्टाचार किया जाता है, जुल्म की पराकाष्ठा है। बालू बाल्टी में बिक रहा है। इस सरकार के अंतिम दिन आ गये हैं। झारखंड को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी इस सरकार को उखाड़ कर फेंकेगी।
सवाल – शिवराज जी आप लोगों पर झामुमो आरोप लगा रहा है कि आप लोग झूठ बोलते हैं, जिस जासूसी की बात आप कर रहे हैं, वे सिक्योरिटी में लगे हुए हैं?
उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है मित्रों, ये सिक्योरिटी में लगाये हुए लोग हैं, जो जासूसी करते हैं! सरकार को शर्म आनी चाहिए।