नई दिल्ली: आरएसएस ने अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए देश भर की करीब 3,000 हस्तियों को आमंत्रित किया है। इन लोगों में तमाम राजनीतिक विचारधाराओं, सामाजिक और धार्मिक समूहों, अल्पसंख्यक नेताओं समेत रिटायर्ड नौकरशाह भी शामिल होंगे। 17 से 19 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में आरएसएस चीफ मोहन भागवत इन सभी लोगों से संवाद करेंगे। संघ के सूत्रों ने बताया कि आमंत्रित लोगों में क्षेत्रीय दलों समेत सभी राजनीतिक दलों के लोग शामिल हैं।
आरएसएस सूत्रों ने बताया कि ‘भविष्य का भारत: संघ की दृष्टि’ कार्यक्रम में कांग्रेस चीफ राहुल गांधी और पार्टी के लोकसभा में लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित किया गया है। यही नहीं अखिलेश यादव, मायावती, ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू समेत तमाम क्षेत्रीय क्षत्रपों को भी आमंत्रित किया गया है। संघ को उम्मीद है कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में हर दिन 800 से 1000 लोगों तक की उपस्थिति होगी।
अलग-अलग धर्मों के लोगों को बुलाया
विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर संघ के एक सीनियर लीडर ने कहा, ‘हम अलग-अलग धर्मों के लोगों को बुलाने जा रहे हैं। हम किसी को भी अलग नहीं रखना चाहते। इन लेक्चर्स के जरिए संघ को लेकर बने तमाम मिथकों को तोड़ा जा सकेगा।’ कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे सूत्रों ने बताया कि भागवत इस आयोजन में हिंदुत्व, संघ के कामकाज और समकालीन मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे।
इन मुद्दों पर बात करेंगे मोहन भागवत
आरएसएस के एक सीनियर लीडर ने कहा कि संघ प्रमुख अपने लेक्टर में यह विषय रखेंगे कि हिंदुत्व इस देश को कैसे एक रख सकता है। इसके अलावा राष्ट्रवाद, महिला सशक्तिकरण, जाति, जम्मू-कश्मीर और नैशनल रजिस्टर फॉर सिटिजंस जैसे मुद्दों पर भी वह अपनी बात रखेंगे।