लोहरदगा। भाजपा ने गुरुवार को एक दिवसीय आक्रोश प्रदर्शन का आयोजन कर आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग को फिर से जोरदार ढंग से उठाया। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि झारखंड की ठगबंधन सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और राज्य में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है।

सुदर्शन भगत ने आरोप लगाया कि सूर्या हांसदा को सरकार के इशारे पर रास्ते से हटाया गया, क्योंकि वह संथाल क्षेत्र में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ का डटकर विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा के रहते आदिवासी बेटियों और जमीनों पर हो रहे हमलों का विरोध मुखर रूप से हो रहा था, जिससे सरकार की वोट बैंक राजनीति प्रभावित हो रही थी।

कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्ष विश्वजीत भारती ने कहा कि रांची के नगड़ी इलाके में आदिवासी किसानों की उपजाऊ जमीन को रिम्स-2 अस्पताल के नाम पर छीना जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने मांग की कि यदि अस्पताल बनाना है तो बंजर जमीन का चयन किया जाए, जिससे किसानों का जीवन प्रभावित न हो।

प्रदर्शन के अंत में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन बीडीओ को सौंपा, जिसमें दो मुख्य मांगें रखी गईं — सूर्या हांसदा एनकाउंटर की सीबीआई से निष्पक्ष जांच और नगड़ी की जमीन किसानों को लौटाने की।

इस आक्रोश प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए। सभी ने एक सुर में सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए न्याय की मांग की।

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