लखनऊ। एक वेबसाइट द्वारा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी से जुड़ी एक खबर प्रकाशित की. खबर में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के आंकड़े को उद्धृत करते हुए कहा गया कि जय शाह के मालिकाना हक वाले ‘टेंपल इंटरप्राइज’ की संपत्ति में वर्ष 2015-16 के दौरान 16,000 गुना और उससे पहले के साल से करीब 80 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ. अब वेबसाइट की इस खबर के बाद से विपक्षी दलों ने बीजेपी, अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर ले लिया है.
लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा हम “टेंपल” का बहुत सम्मान करते हैं.”टेंपल” का ज़िक्र आते ही हमारा सिर सम्मान से झुक जाता है. उन्होंने कहा कि अमित शाह के बेटे को पहले कंपनी के नाम से टेंपल शब्द हटा लेना चाहिए. राज बब्बर ने कहा कि इस देश में केवल कुछ ही स्टार्ट अप कंपनियां हैं जिन्होंने कमाल की तरक्की की है. यह कंपनी 16000 गुना मुनाफ़ा कर रही थी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह बिज़नेस का बेटा मॉडल है. जो किसी बिजनेस स्कूल में नहीं सिखाया जा सकता है. क्योंकि इसे वही सीख सकता है जिसके पिता प्राइम मिनिस्टर हों और पिता अमिता भाई शाह हों. उन्होंने कहा कि यह बिजनेस मॉडल इस देश के किसानों को भी सिखा दिया जाना चाहिए ताकि उनकी आमदनी भी 10-12 गुना हो जाए.
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने दावा किया कि प्रधानमंत्री यूपीए सरकार की 23 योजनाओं में से 19 योजनाओं के नाम बदल कर चला रहे हैं. पूरा का पूरा सरकारी महकमा इस “बेटे मॉडल” को चलाने में लग गया है.
कांग्रेस पार्टी ने पीएम ने 9 सवाल किए.
(1) क्या काम करती यह कंपनी जो 16000 गुना इनकम हो गयी.
(2) 16000 गुना मुनाफ़ा कमाने वाली कंपनी बंद क्यों की गई?
(3) जय शाह की कंपनी में 51 करोड़ की धनराशि विदेशों से आई. इसके पीछे क्या डील थी.
(4) क्या कारण था कि शाह की कंपनी को किस फाइनेंशियल सर्वीसज़ की तरफ से अनसिक्योर्ड लोन दिया गया? इसके कंपनी के मलिक राजेश खण्डेलवाल हैं जो गुजरात में अंबानी के कर्ता धर्ता हैं.
(5) क्या इस कंपनी ने किसी और को भी अनसिक्योर्ड लोन दिया है?
(6) जय शाह की कंपनी को 25 करोड़ का क़र्ज़ा 6.20 लाख की संपत्ति को गिरवी रख कर दिया जिसमें से एक संपत्ति अमित शाह की है और दूसरी संपत्ति यशपाल चुड़ासमा की है. यशपाल चुड़ासमा को सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में सीबीआई ने आरोपी बनाया था. क्या ऐसा क़ानून है कि 6 लाख 20 हजार की संपत्ति गिरवी रख के 25 करोड़ का लोन दिया जा सके? अगर हां तो देश में किसी और को ऐसा लोन दिया गया.
(7) पीयूष गोयल ने क्या इस कंपनी को रतलाम में विंडमिल लगाने का ठेका दिया था? क्या बिजली मंत्रालय ने इनकी कंपनी को 10 करोड़ का क़र्ज़ दिया. क्या उन्होंने ऐसा ऋण किसी और को भी दिया?
(8) क्या जय शाह मोदी मंत्रीमंडल के सदस्य हैं? मंत्री पीयूष गोयल किस कैपेसिटी में उनका बचाव करने उतरे. क्या किसी और प्राइवेट व्यक्ति के लिए भी कभी कोई मंत्री बचाव में उतरे?
(9) बीजेपी अध्यक्षों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो आडवाणी और बंगारु लक्ष्मण ने इस्तीफ़ा दे दिया था. नितिन गडकरी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा तो उन्होंने एकदम इस्तीफ़ा दे दिया था. अमित शाह बताएं कि क्या वो भी इस्तीफ़ा देंगे?
राज बब्बर ने कहा कि मोदी जी से देश की जनता जानना चाहती है की क्या वो अपनी ईमानदारी की रक्षा करेंगे या अपनी दोस्ती की रक्षा करेंगे. उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के दो सिट्टिंग जज से जाँच कराई जाए.