रांची। झारखंड के बाजारों में धनतेरस की रौनक रही। बाजार खरीदारों से गुलजार रहा। झारखंड में धनतेरस पर 1370 करोड़ रुपये से ज्यादा के कारोबार का आकलन किया गया। अकेले रांची में 410 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। दो साल बाद धनतेरस बाजार में रौनक दिखी। हर दुकान में ग्राहकों की कतार लगी रही। लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा। इस कारण राजधानी के विभिन्न इलाकों में जाम की स्थिति रही। इधर, ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए हर सेक्टर में आॅफर की धूम दिखी। लोगों ने इसका जम कर लाभ भी उठाया। आसान फाइनांस की सुविधा थी।

1.5 करोड़ वाली तीन मर्सिडीज बिकीं
सबसे महंगी गाड़ियों में मर्सिडीज की जीएलएस मॉडल की तीन कार की डिलीवरी हुई। एक कार की कीमत 1.5 करोड़ है। वहीं, बीएमडब्ल्यू की 90 लाख से 1.38 करोड़ की छह कार की डिलीवरी हुई।

ऐसे रहा धनतेरस खास
28 लाख रुपये की बीएमडब्ल्यू 1000 आरआर मॉडल की दो बाइक बिकी
1.45 लाख रुपये की बीएमडब्ल्यू की चार साइकिलें बिकीं
30 लाख रुपये की तनिष्क का डायमंड सेट बिका

बिक्री में ज्वेलरी पहले नंबर पर
झारखंड में धनतेरस पर हुए कुल कारोबार में ज्वेलरी बाजार पहले नंबर पर रहा। इस सेक्टर में लगभग 530 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। 427 करोड़ रुपये के कारोबार के साथ ऑटोमोबाइल बाजार दूसरे नंबर पर है।

ऑटोमोबाइल : 2,700 चारपहिया तो 15,000 दोपहिया वाहन बिके
धनतेरस पर बाइक, कार और व्यावसायिक वाहनों की अच्छी बिक्री हुई है। कुल 427 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। झारखंड में हर माह औसतन लगभग 25,000 दोपहिया वाहन और रांची में लगभग 5,200 वाहनों की बिक्री होती है। वहीं धनतेरस पर लगभग राज्यभर में 15,000 दो पहिया वाहनों की बिक्री हुई। एक लाख रुपये औसत के हिसाब से बाइक का बाजार लगभग 150 करोड़ रुपये का रहा, वहीं, हर माह झारखंड में 4,100 चार पहिया वाहनों की बिक्री होती है, जबकि धनतेरस पर लगभग 2,700 चार पहिया वाहनों की बिक्री हुई। छह लाख रुपये औसत कीमत से यह बाजार लगभग 162 करोड़ रुपये का रहा। वहीं 80 करोड़ के व्यावसायिक वाहन बिके, जबकि सेकेंड हैंड कार और बाइक का बाजार लगभग 35 करोड़ रुपये रहा।

6.5 लाख की घड़ी, 2.5 लाख का चश्मा
धनतेरस पर महंगी घड़ियों और चश्मों की भी खरीदारी हुई। जीइएल चर्च कॉम्पलेक्स और सर्कुलर रोड स्थित टाइटन वर्ल्ड (फोगला ड्यूरेबल्स) शोरूम से सबसे महंगी टाइटन नेबुला की 6.5 लाख रुपये की एक पीस घड़ी की बिक्री हुई, जबकि 5.25 लाख रुपये वाली दो घड़ी बिकी। इस घड़ी में डायमंड और गोल्ड लगा है। वहीं, 2.5 लाख रुपये की आठ और एक लाख रुपये की 14 पीस घड़ियों की बिक्री हुई है। वहीं सर्कुलर रोड स्थित शोरूम से टाइटन का एरिस्टो गोल्ड का दो पीस चश्मा भी बिका। इसमें साइड में डायमंड भी लगा है। एक चश्मे की कीमत 2.5 लाख रुपये है।

मूर्ति और सजावट के सामान की खरीदारी हुई
मूर्ति और सजावट के सामान की खूब खरीदारी हुई। सबसे अधिक मिट्टी की मूर्तियों की मांग दिखी। इसकी कीमत 100 से 1500 रुपये के बीच है। वहीं घर सजाने के लिए शुभ लाभ और लक्ष्मी चरण के स्टीकर की बिक्री हुई। यह 10 से 50 रुपये की रेंज में बिकी। प्रवेश द्वार की साज-सज्जा के लिए लोगों ने वंदनवार और तोरण की भी जमकर खरीदारी की।

180 रुपये प्रति बोतल बिका करंज का तेल
धनतेरस बाजार में मिट्टी के दीया की भी जम कर बिक्री हुई। दीया 100 से 120 रुपये तक सैकड़ा के हिसाब से बिका। जहां एक बड़ा दीया की कीमत 10 रुपये रही, वहीं छोटा दीया 80 रुपये में 100 पीस के हिसाब से बिका। इधर, एक लीटर करंज तेल की कीमत 180 रुपये रही। हालांकि तेल की क्वालिटी के अनुसार यह 140-160 रुपये के हिसाब से भी बिकी। वहीं 50 रुपये में करंज तेल की छोटी बोतल की बिक्री हुई।

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