दुमका: सीएनटी और एसपीटी एक्ट में संशोधन राज्यहित में है। मुख्य विपक्षी दल सहित जो दल विरोध कर रहे हैं, उनका तथ्य निराधार है। ये बातें समाज कल्याण मंत्री सह विधायक डॉ लुईस मरांडी ने बुधवार को परिसदन भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि संशोधन विकास के रास्ते खोलेगा । संशोधन आदिवासी-मूलवासी सहित सभी लोगों के हित में है। उन्होंने कहा कि विकास में बहुत तो नहीं, लेकिन पूर्व के एक्ट से थोड़ा अवरोध था। एक्ट में संशोधन करते हुए सरलीकरण किया गया है।
उन्होंने विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए कहा कि बड़े नेता राज्य के भोले-भाले लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक्ट में संशोधन को विरोधी दल के नेता गांव-गांव जाकर संशोधन से उलट बता रहे हैं। आदिवासी एवं मूलवासी राज्य के लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। वे नहीं चाहते हैं कि सीधे-सादे लोग पढ़ें और आगे बढ़ें। इससे इनकी दुकानदारी बंद हो जायेगी। सभी को समान अधिकार मिलने से उन लोगों को पूछने वाले की तादाद कम होेगी। इसलिए भ्रामक प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
उन्होंने मीडिया से आग्रह करते हुए कहा कि संशोधन की हकीकत सही रूप से प्रस्तुत करें। उन्होंने विरोध करने वाले विपक्षी दलों के प्रमुख नेता पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं बाबूलाल मरांडी पर प्रहार करते हुए कहा कि ये लोग अपने और अपने सगे संबंधियों के नाम पर एक्ट का उल्लंघन करते हुए करोडोंÞ की जमीन की खरीद-बिक्री की है और अब संशोधन पर राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल सत्ता में कुछ और सत्ता से बाहर कुछ और बोलते हैं। दोहरी राजनीति नहीं होनी चाहिए।