Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र का केंद्रीय घटक होना चाहिए: अमेरिका
    दुनिया

    भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र का केंद्रीय घटक होना चाहिए: अमेरिका

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीNovember 16, 2017No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘हिन्द-प्रशांत’ शब्दावली का समर्थन करते हुए एक शीर्ष अमेरिकी रणनीतिकार ने कहा है कि भारत को अमेरिका की एशिया-प्रशांत क्षेत्र रणनीति का केंद्रीय हिस्सा होना चाहिए. अमेरिका सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में वृहद भारत-अमेरिकी सहयोग की हिमायत कर रहा है. इस क्षेत्र में चीन अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है. अमेरिका-चीन आर्थिक और सुरक्षा समीक्षा आयोग के आयुक्त जोनाथन एन. स्टिवर्स ने चीन की ‘एक क्षेत्र एक सड़क’ (ओबीओआर) रणनीति पर कार्रवाई के दौरान कांग्रेस की कमेटी से कहा कि भारत को एशिया-प्रशांत रणनीति का मुख्य हिस्सा बनना चाहिए.

    स्टिवर्स ने कहा, ‘‘भारत हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा करता है और खासकर क्षेत्र में चीन की नीतियों के बारे में, हमारे सामरिक हित मेल खाते हैं. ट्रंप प्रशासन हिन्द-प्रशांत क्षेत्र शब्दावली के साथ सही दिशा में है और पिछले सप्ताह लोकतांत्रिक सहयोगियों जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ चतुष्पक्षीय वार्ता शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ते हुए अमेरिका को सुनिश्चित करना चाहिए कि चतुष्पक्षीय वार्ता में मजबूत आर्थिक घटक मौजूद रहे. यह क्षेत्र में चीन की प्रतिरोधी आर्थिक और राजनीतिक नीतियों से मुकाबले के लिए नीतियों पर चर्चा का अच्छा मंच है.

    स्टिवर्स ने कहा कि इसके साथ ही अमेरिका को एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) मंच में सदस्यता हासिल करने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का समर्थन करते हुए भारत की मदद करनी चाहिए. भारत को उसके घरेलू विकास की चुनौतियों से निपटने में सहयोग करना चाहिए.

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleहार्दिक और पाटीदार आंदोलन के नेताओं को फंसाने के लिए बनायी गयी हैं 52 सेक्स सीडी
    Next Article ट्रंप का एशिया दौरा दर्शाता है कि अमेरिका ही विश्व की सबसे बड़ी शक्ति: निक्की हेली
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी की राजनीतिक सक्रियता से प्रधानमंत्री ओली नाराज

    June 12, 2025

    आईएमएफ ने नेपाल के आर्थिक सुधारों के लिए 42.7 मिलियन डॉलर को मंजूरी दी

    June 12, 2025

    नेपाल-भारत के बीच कनेक्टिविटी और संयुक्त साझेदारी से ही समृद्धि संभव : विदेश मंत्री डॉ. राणा

    June 12, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे
    • सड़क हादसे में दो की मौत
    • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का जनता दरबार 17 को
    • पटमदा में आवारा कुत्तों का आतंक जारी, अब तक 20 से अधिक लोग घायल
    • पुलिस ने 50 लाख का गांजा किया बरामद, एक गिरफ्तार
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version