नयी दिल्ली। भारतीय सेना ने नौगाम सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। घटना रविवार की है। कई घुसपैठिये एलओसी से सटे घने जंगल का फायदा उठाकर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पाकिस्तानी पोस्ट से इन्हें हैवी कवर फायरिंग दी गयी। भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया और दो को मार गिराया। सेना ने कहा कि ये घुसपैठिए नियंत्रण रेखा पार कर भारत में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे।

बरामद सामान
भारतीय सेना के अफसरों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि मारे गये घुसपैठिये पाकिस्तानी आर्मी की यूनिफॉर्म पहने थे। जो सामान बरामद हुआ है, उन पर पाकिस्तान की मार्किंग है। इसके अलावा कुछ घुसपैठिये बीएसएफ और इंडियन एयरफोर्स की वर्दी पहने देखे गये।

सेना के मुताबिक- घुसपैठियों की तैयारी को देखकर लगता है कि वे बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। घुसपैठियों के शव को वापस देने के लिए पाक सेना से संपर्क साधा जायेगा। मारे गये दोनों लोग पाकिस्तानी सैनिकों की तरह लग रहे थे। सेना ने बताया कि हालात का जायजा लेने के लिए हमारे जवानों ने घने जंगलों में लंबा सर्च आपरेशन चलाया। इन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तानी सैनिकों की तरह दिखने वाले दो घुसपैठिये की बॉडी मिली। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किये गये।

क्या है बीएटी?
पाकिस्तान की बीएटी के बारे में सबसे पहले अगस्त 2013 में पता लगा था। तब इसने एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रही भारतीय सेना की टुकड़ी को निशाना बनाया था। बीएटी हकीकत में पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स से लिए गये सैनिकों का ग्रुप है। इसमें सैनिकों जैसी ट्रेनिंग पाये आतंकी भी हैं। इन्हें एलओसी में एक से तीन किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमला करने के लिए तैयार किया गया है। बीएटी को स्पेशल सर्विस ग्रुप यानी एसएसजी ने तैयार किया है। यह पूरी प्लानिंग के साथ अटैक करती है। ये टीम पहले खुफिया तौर पर आॅपरेशनों को अंजाम देती थी, लेकिन बाद में मीडिया की वजह से खबरों में रहने लगी।

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