Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, May 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»झारखंड में पहली बार चार साल रघुवर सरकार
    Breaking News

    झारखंड में पहली बार चार साल रघुवर सरकार

    azad sipahiBy azad sipahiDecember 27, 2018No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। झारखंड के इतिहास में राज्य गठन के 18 साल बाद पहली बार कोई सरकार चार वर्ष पूरा करने जा रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में मौजूदा राज्य सरकार 28 दिसंबर को चार वर्ष का लंबा सफर तय करने जा रही है। इससे पूर्व राजनीतिक अस्थिरता के कारण कोई भी सरकार अपना कार्यकाल तो क्या, हजार दिन भी पूरा नहीं कर पायी थी। खंडित जनादेश के कारण हर बार गठबंधन की सरकार बनी, जिसके कारण अधिक से अधिक ढाई साल तक ही सरकार चली।

    झारखंड में पहली बार बनी बहुमत की सरकार
    पहली बार झारखंड में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए को 2014 में पूर्ण बहुमत मिला और रघुवर दास मुख्यमंत्री बने। चार वर्ष पूर्व तक झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता का आलम यह रहा कि नौ मुख्यमंत्री बने और तीन बार राज्य को राष्ट्रपति शासन का मुंह देखना पड़ा। इस दौरान एक निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा भी मुख्यमंत्री बने। मात्र 14 वर्ष का झारखंड ऐसा राज्य बना, जिसने सभी तरह के राजनीतिक प्रयोग का अनुभव कर लिया। हालांकि झामुमो शिबू सोरेन और अर्जुन मुंडा एक बार से ज्यादा राज्य के मुख्यमंत्री रहे। सबसे कम समय का शासन करने का रिकॉर्ड शिबू सोरेन का नौ दिन का रहा है। झारखंड शायद पहला राज्य है, जहां निर्दलीय मधु कोड़ा बतौर दो साल मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री के चुनाव हारने का रिकार्ड भी झारखंड में ही बना। इतना ही नहीं, मात्र 14 साल में ही यहां तीन बार राष्टपति शासन भी लग चुका है।

    गांव और किसान पर फोकस
    मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए पिछला एक साल उपलब्धियों और चुनौतियों से भरा रहा। उनका फोकस गांव और किसान रहे। स्वच्छता पर सरकार ने काफी जोर दिया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के लिए कई कदम उठाये गये। आयुष्मान भारत योजना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार ने इस योजना का आइडिया झारखंड के बीमा योजना से ही लिया है। इसके अलावा आधारभूत संरचनाओं के विकास में रघुवर दास की सरकार ने कुछ उल्लेखनीय काम किये। कड़े फैसले लेने में वह नहीं हिचके। वहीं, कई मोर्चों पर उन्हें परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।

    फूड एंड एग्रिकल्चर समिट से किसानों का भविष्य संवारने की कोशिश
    रघुवर सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई बड़े निर्णय लिये। किसानों के जत्थे को इजरायल भेजा। किसानों का भविष्य संवारने के लिए राजधानी रांची में फूड एंड एग्रिकल्चर समिट का आयोजन किया। इसमें सभी जिलों से किसानों को बुलाया गया। इन्हें खेती के अत्याधुनिक उपकरणों से परिचित कराया गया। कृषि आधारित कई उद्योगों की स्थापना की घोषणा हुई। समिट में किसानों को आश्वस्त किया गया कि उनके उत्पादों की खरीद सरकार करेगी। वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प दोहराया।

    किसानों को खरीफ फसल के लिए प्रति एकड़ मिलेंगे पाच हजार रुपये
    किसानों को खाद से दूर रहने और जैविक खेती (आर्गेनिक फार्मिंग) करने की सलाह दी गयी। साल का अंत होने से पहले सरकार ने किसानों के हित में एक और बड़ा फैसला लिया। अब किसानों को सरकार प्रति एकड़ 5,000 रुपये देगी। इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। सरकार ने झारखंड 14.50 लाख किसानों को मुफ्त फसल बीमा और बिना ब्याज के ऋण देने की योजना भी शुरू की है।

    हर गांव में पहुंची बिजली
    लोहरदगा, हजारीबाग एवं देवघर समेत सात जिलों के सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है। 31 दिसंबर तक झारखंड के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है। सीएम ने हर घर बिजली पहुंचाने का भी निश्चय किया है।

    राज्य खुले में शौच से मुक्त
    वर्ष 2018 में झारखंड सरकार ने राज्य को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित करने का लक्ष्य भी हासिल कर लिया।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleवर्षों से अटकी नीतियों को रघुवर ने आगे बढ़ाया
    Next Article विधायक ढुल्लू के टाइगर की धुनाई
    azad sipahi

      Related Posts

      केंद्र से अब झारखंड की एक-एक पाई के लिए आंदोलन करना होगा : सुप्रियो

      May 14, 2025

      शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास में यूनिसेफ को पूरा सहयोग करेगी सरकार: मुख्यमंत्री

      May 14, 2025

      सैनिकों के सम्मान में भाजपा ने निकाली तिरंगा यात्रा

      May 14, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • केंद्र से अब झारखंड की एक-एक पाई के लिए आंदोलन करना होगा : सुप्रियो
      • शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास में यूनिसेफ को पूरा सहयोग करेगी सरकार: मुख्यमंत्री
      • सैनिकों के सम्मान में भाजपा ने निकाली तिरंगा यात्रा
      • सेना प्रमुखों ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर ऑपरेशन सिंदूर की दी जानकारी
      • सीएम और बाबूलाल ने जस्टिस बीआर गवई को बधाई दी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version