रांची। झारखंड में कोरोना का कहर थम गया था लेकिन 25 दिसंबर को पूर्वी सिंहभूम में एक महीने बाद कोरोना का नया मरीज आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ गई है। हालांकि ओमीक्रोन के नए वैरिएंट के आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पहले से अलर्ट है और लगातार टेस्टिंग जारी है। इसके अलावा सभी डीसी और सिविल सर्जन को पत्र लिखकर तैयार रहने का निर्देश दिया गया है, जिससे किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में 31 मार्च 2020 को कोरोना का पहला केस हिंदपीढ़ी में मिला था। मलेशिया की रहने वाली युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इसके बाद से राज्य में टेस्टिंग तेज कर दी गई थी। वहीं आंशिक लॉकडाउन लगाया गया। इसके बाद कई महीने तक लॉकडाउन में लोग घरों में कैद हो गए। कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन में ढील दी गई। जब राज्य में केस घटे तो सरकार ने सभी पाबंदियों में छूट दे दी थी। अब फिर से मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करने को कहा गया है।
राज्य में अबतक कोरोना के 2,29,56,377 सैंपल कलेक्ट किए जा चुके है। इसमें से 2,29,54690 सैंपल टेस्ट किया गया है। 2,25,12,122 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि 4,42,568 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 4,37,236 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। अबतक 5,331 की मौत हो चुकी है।