आठ घंटे तक चली पूछताछ, कई सवालों के जवाब से संतुष्ट नहीं हुई इडी
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। रांची स्थित इडी के क्षेत्रीय कार्यालय में काग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह से करीब आठ घंटे पूछताछ की गयी। जयमंगल सिंह शनिवार करीब 11 बजे इडी कार्यालय पहुंचे थे। उनसे देर शाम तक पूछताछ हुई। सूत्रों के अनुसार इडी ने उनसे पूछा कि झारखंड में सरकार गिराने के लिए उन्हें किसने 10 करोड़ रुपये का आॅफर दिया था। उनसे किसी ने टेलीफोन पर आॅफर दिया था या व्यक्तिगत रूप से कोर्इ्र मिलने आया था। क्या उन्हें कोई टोकन राशि भी दी गयी थी। इडी ने उनसे कहा है कि उनके पास साक्ष्य के रूप में कुछ भी है, तो वह इडी को उपलब्ध करायें। इडी ने उनसे यह भी जानना चाहा कि उन्होंने पूछताछ के दौरान बंगाल पुलिस के सामने क्या बयान दिया है। इडी ने अनूप सिंह से यह भी पूछा कि क्या पार्टी तोड़ने की पेशकश के बाद उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया था या नहीं और क्या कार्रवाई की गयी थी। क्या पूर्व में भी उनसे संपर्क किया गया था। इस दौरान कोतवाली थाने में वर्ष 2020 में दर्ज प्राथमिकी का हवाला दिया गया। इडी सूत्रों की मानें तो पूछताछ में अनूप सिंह ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। कई सवालों पर वह चुप्पी साध गये, तो कुछ सवालों का जवाब उन्होंने सिर्फ हां या ना में दिया।
कैश कांड में बंगाल पुलिस के हत्थे चढ़े थे काग्रेस के तीन विधायक : बता दें कि बंगाल पुलिस ने काग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी को 30 जुलाई को 48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था। मामले में काग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज कर दावा किया कि इन विधायकों ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, जबकि पकड़े गये विधायकों का कहना था कि नकदी उनकी थी, वे साड़ी खरीदने के लिए लेकर आये थे। जयमंगल सिंह ने दावा किया था कि विधायकों ने उनसे कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा उन्हें करोड़ो रुपये के अलावा मंत्री पद भी देंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इडी ने उनसे यह भी जानना चाहा कि वे असम के मुख्यमंत्री अनंत विस्व सरमा के पास क्यों गये थे। क्या वह उनको पहले से जानते हैं। इडी ने उनसे कई और सवालों का जवाब जानना चाहा। सूत्रों का कहना है कि कई सवालों के जवाब में अनूप सिंह उलझ गये। इडी उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुला सकती है।