रांची। फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स की आइटी उप समिति की सत्र 2024-25 की पहली बैठक सोमवार को चैंबर भवन में संपन्न हुई। इसमें पूरे साल की कार्य योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। आइटी उप समिति के चेयरमैन मनोज मिश्रा एवं अल्तमश आलम ने साइबर ठगी पर चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त रूप से कहा कि जल्द ही साइबर क्राइम पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। इसमें संबंधित विभागीय पदाधिकारियों एवं विशेषज्ञों को बुलाकर लोगों को इससे बचने के उपाय बताये जायेंगे। इसके साथ ही चेयरमैन ने साल भर होने वाले कार्यक्रम में एफजेसीसीआइ मेंबरशिप डे, टैली, मार्ग, बिजी सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग वर्कशॉप डे, सोशल मीडिया डे आयोजित कराने की भी बात कही। यह भी कहा गया कि ऐसी आइटी पॉलिसी जिससे राज्य के लोग एवं आइटी कंपनियां लाभांन्वित नहीं हो पा रहीं, उस पर संबंधित मंत्रालय एवं विभाग को एक ज्ञापन देकर त्वरित कार्रवाई करने की अपील की जायेगी।
यह भी अवगत कराया गया कि आगामी माह में होनेवाले ट्रेड फेयर के तत्वावधान में आइटी जॉब फेयर का आयोजन भी किया जायेगा ताकि राज्य के युवाओं एवं व्यवसायियों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। बैठक में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, उपाध्यक्ष राहुल साबू, ज्योति कुमारी, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, कार्यकारिणी सदस्य आस्था किरण, उप समिति चेयरमैन मनोज कुमार मिश्रा, अल्तमश आलम, सदस्य प्रमोद सारस्वत, स्वामी दिव्यज्ञान, पवन कुमार, देवनंदन उरांव, प्रवक्ता सुनील सरावगी सहित अन्य कई सदस्य भी उपस्थित थे।

खादी मेला के आयोजन को मिले बढ़ावा
फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स की कॉटेज इंडस्ट्री उप समिति की बैठक चैंबर भवन में संपन्न हुई। इसमें मध्यम वर्ग के लोगों को स्वावलंबन की ओर प्रेरित करने हेतु एमएसएमइ के लिए सहायक योजनाओं और सहकारी संगठनों के माध्यम से उन्हें आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के तरीकों पर चर्चा की गयी। यह कहा गया कि खादी मेला जैसे आयोजन को बढ़ावा देने से न केवल स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित किया जा सकता है, बल्कि यह स्वदेशी उद्योगों और छोटे व्यवसायियों को भी सशक्त करेगा। इसके लिए संबंधित विभाग को पत्राचार कर आवश्यक कदम उठाने की भी बात कही गयी। मेले का आयोजन कर इसे सफल बनाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार से आर्थिक सहयोग एवं सब्सिडी के लिए आवेदन करने की बात कही गयी। युवाओं को जोड़ने हेतु जागरूकता अभियान तथा सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार करने की बात कही गयी।
स्वदेशी व्यापार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तक पहुंचाने हेतु रणनीति बनाने की बात पर भी चर्चा हुई। यह निर्णय लिया गया कि समय-समय पर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। यह पहल राज्य में आर्थिक समृद्धि और रोजगार सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। बैठक में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, महासचिव आदित्य मल्होत्रा सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

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