रांची। झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) में छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। हाल ही में हुई दो गंभीर घटनाओं ने न केवल विश्वविद्यालय परिसर बल्कि आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। इन घटनाओं के बाद छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए सुरक्षा कड़ी करने की मांग की है। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और समाज में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता को उजागर करती है। अब समय आ गया है कि सभी पक्ष मिलकर यह सुनिश्चित करें कि छात्राओं की सुरक्षा प्राथमिकता बने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

पहली घटना: छात्रा के साथ छेड़छाड़
30 अक्टूबर 2024 को रसायन विज्ञान विभाग की दूसरी वर्ष की छात्रा संध्या (परिवर्तित नाम) ने अश्लील टिप्पणियों और छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करायी। घटना शाम 5 बजे हुई जब दो बाइक सवार चार युवकों ने अश्लील बातें कीं और एक युवक ने शारीरिक छेड़छाड़ की। संध्या ने कहा कि यह केवल मेरी समस्या नहीं है। कई अन्य छात्राएं भी ऐसी घटनाओं का सामना कर रही हैं।

दूसरी घटना: बलात्कार के प्रयास का आरोप
बीएड इंटीग्रेटेड की छात्रा हर्षिता ने आरोप लगाया कि चार अज्ञात युवकों ने उनका पीछा किया। यौन उत्पीड़न की कोशिश की और घटना को रिकॉर्ड करने का प्रयास किया। हर्षिता ने कहा कि यह घटना साबित करती है कि हम न केवल परिसर के बाहर, बल्कि अंदर भी सुरक्षित नहीं हैं।

छात्राओं की मांग
1 कड़ी सुरक्षा व्यवस्था: परिसर और उसके आसपास सख्त सुरक्षा लागू की जाये।
2 सीसीटीवी कैमरे: पूरे परिसर में निगरानी के लिए कैमरे लगाये जायें।
3 मानसिक स्वास्थ्य सहायता: पीड़िताओं को काउंसलिंग और कानूनी सहायता दी जाये।
4 दोषियों पर कार्रवाई: अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दी जाये।

प्रशासन का आश्वासन
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है और पुलिस को सूचित किया है। साथ ही, परिसर में सुरक्षा बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने का आश्वासन दिया गया है।

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