रांची। झारखंड में कोरोना के नए मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। कोरोना के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए केंद्रीय मंत्रालय के निर्देश पर राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मॉकड्रिल कर तैयारियों का जायजा लिया।
झारखंड में कोरोना मरीजों की संख्या धीरे-धीरे 63 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की निगरानी में रांची के सदर अस्पताल में भी मॉक ड्रिल किया गया। मरीज को लाने से लेकर इमरजेंसी में प्रॉपर ट्रीटमेंट का लाइव डेमो किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में सभी तैयारियों का भी जायजा लिया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर मॉक ड्रिल किया गया है। कोरोना को लेकर हमारे अनुभव गहरे हैं। आइसीएमआर और भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। यहां 3680 बेड सुरक्षित हैं। इसके अलावा 1647 आइसीयू बेड भी अस्पतालों में रिजर्व रखे गए हैं। 1456 वेंटीलेटर को भी तैयार रखा गया है, जिससे कि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी आरटीपीसीआर, ट्रूनैट मशीन, कोबास मशीन को चेक किया गया। इसके अलावा सभी पीएसए प्लांट और आक्सीजन प्लांट को भी दुरुस्त रखने को कहा गया है। वहीं अपील की है कि राज्य के लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखे और लोगों को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि थर्मल स्क्रीनिंग के बाद यदि किसी में भी कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उनका रैट (रैपिड एंटीजन टेस्ट) और आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी। संक्रमित मरीजों के सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराया जाएगा ताकि वैरिएंट का पता चल सके। सभी जिले के उपायुक्तों और सिविल सर्जनों को अपने-अपने जिले में कोरोना की जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गत शुक्रवार को देश के 25 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर राज्यों की तैयारियों की समीक्षा की थी।