Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, September 21
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-भगवान बुद्ध की शिक्षा में है पर्यावरण संकट का समाधान
    दुनिया

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-भगवान बुद्ध की शिक्षा में है पर्यावरण संकट का समाधान

    shivam kumarBy shivam kumarFebruary 14, 2025No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    बैंकॉक। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज थाईलैंड में आयोजित संवाद कार्यक्रम को वर्चुअल संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर भगवान बुद्ध के संदेशों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया पर्यावरण संकट से घिरी हुई है। भगवान बुद्ध की शिक्षा में पर्यावरण संकट का समाधान है।

    उन्होंने कहा, “पर्यावरण संकट और तनाव जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान भगवान बुद्ध के शिक्षाओं में मिलता है। उनका संयम का सिद्धांत आज वैश्विक चुनौतियों का सामने करने में हमारा मार्गदर्शन करता है। आज संघर्ष देशों और लोगों के बीच ही नहीं बल्कि इससे आगे बढ़कर पर्यावरण संकट तक पहुंच गए हैं। इससे हमारे ग्रह के लिए खतरा पैदा हो गया है। हिंदू धर्म बौद्ध धर्म और अन्य एशियाई परंपराएं हमें सिखाती हैं कि हमें खुद को पर्यावरण से अलग न देखकर उसी का हिस्सा मानना चाहिए।”

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपाकिस्तान के बलूचिस्तान में बम विस्फोट, 11 की मौत, चार मजदूर जख्मी
    Next Article मौलाना फजलुर रहमान का खुलासा, पीटीआई और जेयूआईएफ में मतभेद पैदा कराने की हुई कोशिश
    shivam kumar

      Related Posts

      ट्रंप की द न्यूयॉर्क टाइम्स के खिलाफ दायर मानहानि की शिकायत खारिज

      September 20, 2025

      नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन से सात राजमार्ग अवरुद्ध

      September 20, 2025

      इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डोगर के खिलाफ पांच जजों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की

      September 20, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • विश्व की शांति और स्थिरता के लिए भारत का आत्मनिर्भर होना जरूरी : प्रधानमंत्री
      • खरगे ने ट्रंप के एच-1बी वीजा फीस वृद्धि को बताया भारत के लिए झटका
      • ट्रंप की द न्यूयॉर्क टाइम्स के खिलाफ दायर मानहानि की शिकायत खारिज
      • नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन से सात राजमार्ग अवरुद्ध
      • इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डोगर के खिलाफ पांच जजों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version