Author: azad sipahi desk
नई दिल्ली : लोकसभा के चुनावी दंगल को जीतने में बीजेपी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का पूरा साथ मिला। संघ ने जहां बीजेपी की रणनीति के हिसाब से अपने कदम पहले राम मंदिर की दिशा में आगे बढ़ाए तो बीजेपी की रणनीति को देखते हुए ही अपने कदम तुरंत पीछे भी खींच लिए। शुरू में संघ की तरफ से कुछ नाराजगी सामने आ रही थी लेकिन फिर चुनाव को देखते हुए संघ ने बीजेपी के हर कदम पर उसका साथ दिया। साथ ही कुछ आनुषांगिक संगठनों (संघ से जुड़े संगठन) की नाराजगी को भी कंट्रोल करने में मदद…
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है। राहुल गांधी ने कहा, ‘यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है। हम दो अलग-अलग सोच हैं, लेकिन यह मानना पड़ेगा कि इस इलेक्शन में नरेंद्र मोदी और बीजेपी जीते हैं। मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’ यही नहीं नतीजे के ऐलान से पहले ही उन्होंने अपने परंपरागत गढ़ अमेठी में हार को स्वीकार करते हुए स्मृति इरानी को जीत की बधाई दी। इसके साथ ही राहुल गांधी ने नतीजों को लेकर किसी तरह…
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर बंपर वोटों से जीत गई हैं। प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को 3,64,822 वोटों के अंतर से हराया। बताते चलें कि इस सीट पर बीजेपी लंबे समय से चुनाव जीतती आई है। हालांकि, दिग्विजय सिंह के उतरने से इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो चली थी। भोपाल से कांग्रेस ने जब दिग्विजय सिंह को उतारा था, तभी से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि बीजेपी ‘ब्रैंड हिंदुत्व’ की छवि वाली साध्वी प्रज्ञा सिंह…
रांची। झारखंड में नरेंद्र मोदी की सुनामी दिखी। नतीजा हुआ कि झारखंड ने भी पुराना इतिहास दोहराते हुए दूसरे राज्यों की तरह मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने में मुहर लगायी। मोदी की सुनामी में झारखंड में भी सब उखड़ गये। यहां तक कि झामुमो का अभेद्य किला दुमका को भी भाजपा ने भेद दिया। झारखंड में विपक्षी दलों को जिस परंपरागत और जातीय गोलबंदी का भरोसा था, वह भी नहीं चला। झारखंड की 14 सीटों पर मोदी का सिक्का चला। इसमें 12 सीटों पर एनडीए का परचम लहराया। यहां चेहरा कोई भी रहा हो, लेकिन मोदी के नाम पर वोट…
नयी दिल्ली। 23 मई 2019 का दिन आजाद भारत के राजनीतिक इतिहास में नयी इबारत लिख गया। सुबह आठ बजे देश के 542 संसदीय क्षेत्रों में इवीएम के खुलते ही मानो सुनामी आ गयी। दिन बीतते-बीतते साफ हो गया कि नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा ने इतिहास रच दिया है। 2014 में सत्ता का विरोध कर महाविजय हासिल करने वाले मोदी 2019 में अपनी सत्ता कायम रखते हुए उससे भी प्रचंड विजय के साथ फिर अपने लोकतिलक के लिए तैयार हैं। वर्ष 2014 में 10 साल की संप्रग सरकार के भ्रष्टाचार और नाकामी पर जबर्दस्त हमला करने वाले मोदी…