रांची: सीएम हाउस के घेराव के पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को राज्य के पांचों विश्वविद्यालयों के शिक्षक एवं कर्मचारी सड़क पर उतरे। इससे पहले मोरहाबादी स्थित बेसिक साइंस भवन से वे सीएम आवास घेरने निकले। वे सरकार के ट्रेजरी से वेतन व पेंशन के भुगतान का विरोध कर रहे थे। करीब 12 बजे एसडीओ भोर सिंह यादव बेसिक साइंस भवन पहुंचे। उन्होंने वहां जुटे शिक्षाकर्मियों से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धारा-144 लगी है और आप लोग धरना-प्रदर्शन एवं घेराव कर रहे हैं। नौकरी खतरे में पड़ सकती है। एसडीओ के इतना कहते ही शिक्षक भड़क गये।
एसडीओ की बात का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि वे कोई अराजक तत्व नहीं हैं। प्रशासन भी अपना काम करे। वे जहां रोकेंगे, वहां रुक जायेंगे। ऐसी भाषा का प्रयोग न करें। पांच मिनट के बाद एसडीओ वहां से निकल गये। करीब एक बजे शिक्षाकर्मी अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए सीएम आवास की ओर निकले। लेकिन, आइएमएस के पहले प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद शिक्षक वहीं सड़क पर बैठ गये। घेराव में डॉ बबन चौबे, फुटाज महासचिव डॉ मिथलेश, डॉ राजकुमार, डॉ एमपी शर्मा, डॉ एलके कुंदन, डॉ खालिक अहमद, डॉ एसके झा, डॉ जितेंद्र सिंह, सुदर्शन पांडेय सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं व कर्मचारी थे।
एसडीओ पर लगाया धमकाने का आरोप
इधर रूक्टा के महासचिव डॉ राजकुमार ने कहा कि एसडीओ भोर सिंह यादव ने उन्हें फोन पर धरना-प्रदर्शन एवं सीएम आवास का घेराव नहीं करने की चेतावनी दी। कहा, सोमवार की रात एसडीओ ने उन्हें फोन पर बहुत परेशान किया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सरकार विवि परिनियम के विरुद्ध कार्य कर रही है। शिक्षक घेराव कार्यक्रम स्थगित नहीं कर सकते हैं।