नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज कहा कि राहुल गांधी के मेंटर द्वारा भारतीयों को चीनी, अफ्रीकन, अरब और अंग्रेज कहना बेहद शर्मनाक और अपमानजनक है। इससे एक बार फिर स्पष्ट होता है की कांग्रेस ने कभी पूरे भारत को एक नहीं माना बल्कि हमेशा टुकड़ों में देखा है। जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर बांटने की कोशिश के बाद अब कांग्रेस भारतीयों को उनकी चमड़ी के रंग के आधार पर बांटना चाह रही है। कभी जातिवाद, कभी क्षेत्रवाद, कभी धार्मिक आधार पर भेद-भाव, कभी उत्तर-दक्षिण में बंटवारा और अब भारत के निवासियों में रंगभेद…आख़िर कांग्रेस भारत को बांटने की राजनीति क्यों करती है? इन घिनौनी साज़िशों से कांग्रेस क्या हासिल करना चाहती है?

अनुराग ठाकुर ने यह बातें बुधवार को हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में चुनावी दौरे के बीच मीडिया कर्मियों से वार्तालाप के दौरान कहीं। अनुराग ठाकुर ने आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ ज़िला बिलासपुर में विशाल पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित किया। अनुराग ठाकुर ने पूछा कि आखिर राहुल गांधी के गाइड सैम पित्रोदा कब तक भारतीयों का यूं ही अपमान करते रहेंगे। कभी आप भारतीयों की संपत्ति हड़प कर अपने वोट बैंक को देने की बात करते हैं तो कभी भारतीयों की तुलना चीनियों और अफ्रीकियों से करते हैं। यह कैसी मानसिकता है?

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र के साथ चली है। मोदी जी ने अपने विकास की योजनाओं में कभी नहीं पूछा कि कौन हिंदू है, कौन मुसलमान है, कौन सिख है और कौन ईसाई है। सभी को समान रूप से विकास का लाभ मिला है। हमारी सरकार में तो सिर्फ वंचित वरीयता में थे। मगर कांग्रेसी धर्म के आधार पर मुसलमान को एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण काट कर देने पर तुले हैं। लेकिन जब तक भारतीय जनता पार्टी है तब तक हम कांग्रेस को हमारे एससी, एसटी और ओबीसी भाइयों का हक छीन कर मुसलमानो को नहीं देने देंगे। हमें धर्म के आधार पर आरक्षण कभी भी स्वीकार नहीं है। आरक्षण और संविधान के बारे में कांग्रेस द्वारा फैलाया जा रहा भ्रम बिल्कुल निराधार और बेबुनियाद है। कांग्रेस जहां-जहां राज्य सरकार बनाती है, वहां एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण काटकर अपने वोट बैंक को देती है। कांग्रेस ने देश में इमरजेंसी लगाई। उन्होंने जहां अब तक सबसे ज्यादा 62 बार संविधान संशोधन किए हैं, वहीं पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने एससी-एसटी और ओबीसी के सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत की है। हमने ओबीसी कमिशन को संवैधानिक दर्जा दिया। आज हमारी सभी योजनाओं के प्रमुख लाभार्थी एसटी, एससी और ओबीसी समुदाय के लोग हैं। एससी एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा। हमारे लिए एक और स्पष्ट बात यह भी है कि हम धर्म के आधार पर मुसलमानों के आरक्षण के सख्त खिलाफ हैं। कांग्रेस आज चुनाव से भागती नजर आ रही है। उसके कई बड़े नेता चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे।”

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