रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ आज झारखंड राज्य की सबसे बड़ी समस्या है। बांग्लादेशी घुसपैठिये राज्य के भोले-भाले आदिवासियों को बहला फुसला कर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उक्त बातें रविवार को डोरंडा के जैप-1 मैदान में झारखंड एकीकृत डायल 100 नागरिक सेवा का उद्घाटन करते हुए कहीं। कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने सभी पुलिसकर्मियों से बेहतर पुलिसिंग की अपील भी की। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के कारण कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों की मदद कर रहे हैं और उनके साथ कुछ भ्रष्ट अधिकारी बांग्लादेशी घुसपैठियों को पहचान पत्र देने में लगे हैं।
कोयला तस्करों और बिचौलियों से दूर रहें पुलिस
उन्होंन्ंो कहा कि पुलिस कोयला क्षेत्रों ंमें कोयला तस्करों से बचे, साथ ही ऐसे बिचौलिये, जो थाना के इर्र्द-गिर्द घूमते और पुलिस का नाम बदनाम करते हैं, उनसे बचे। एक ओर जहां मुख्यमंत्री ने डीजीपी, एसपी एवं अन्य अधिकारियों से लगातार सभी थानो में पुलिस जांच बेहतर करवाने का निर्देश दिया।
शांति समिति में अच्छे लोगों को रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि शांति समिति में अच्छे और पढ़े लिखे लोगों को शामिल करें। डॉक्टर, इंजीनियर जैसे लोगों को शांति समिति में शामिल कर लगातार बैठक करते रहें। इससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि थानों में आने वाले लोगों के कपड़ों को नहीं देखें। गरीब लोगों के फटे कपड़ो और अमीर लोगों के शूट देख भेदभाव नहीं करें। हर पुलिसकर्मी यह बात हमेशा याद रखे कि गरीब लोगों के टैक्स से ही पुलिस को वेतन और नौकरी भी मिलती है। इसलिए थानों में आने वाले हर व्यक्ति का सम्मान करें और उनकी समस्या का निपटारा करें।
माओवादियों की कमर तोड़ने का लें संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नक्सली आम लोगों को डरा धमका कर लेवी वसूली कर रहे है। माओवादियों को आर्थिक रूप से कमजोर कर उनकी कमर तोड़ना ही पुलिस का सबसे बड़ा लक्ष्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने डीजीपी डीके पांडेय को इस काम के लिए बेहतर योजना बनाने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर काम करनेवाले सहायक पुलिसकर्मियों को तीन साल बाद स्थायी नियुक्ति कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक भी बड़ी समस्या है। इससे लोगों को मुक्ति दिलायें।