चंबा । मणिमहेश के शाही स्नान के लिए दशनाम अखाड़ा चंबा से रवाना छड़ी यात्रा शनिवार को राख पहुंची। जिला मुख्यालय से निकली इस इस छड़ी यात्रा की अगुवाई छड़ीबरदार व दशनाम अखाड़ा चंबा के महंत यतिंद्र गिरी कर रहे हैं। छड़ी यात्रा का शुभारंभ दशनाम अखाड़ा में पूजा अर्चना के साथ हुआ। यहां पर उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने दशनाम अखाड़ा चंबा स्थित भगवान दतात्रेय महाराज के मंदिर में विधिवत रूप से पूजा अर्चना की।
पवित्र छड़ी यात्रा में महात्माओं के साथ-साथ देश के विभिन्न प्रांतों से आए संत शामिल हैं। यह छड़ी यात्रा लगभग एक सप्ताह का पैदल सफर करके मणिमहेश डल झील पहुंचेगी।
दशनामी अखाड़ा में मौजूद शिव मंदिर परिसर में विधिवत्त पूजा अर्चना के पश्चात दशनामी अखाड़ा से लक्ष्मीनाथ मंदिर पहुंची। यहां कुछ देर विश्राम एवं पूजा की रस्म के बाद यात्रा अपने आगामी रात्रि पड़ाव राधा कृष्ण मंदिर जुलाकड़ी में विश्राम के बाद राख के लिए प्रस्थान किया।
पवित्र छड़ी यात्रा 01 सितंबर को राख से दुगेर्ठी के लिए रवाना होगी। यहां रात्रि पड़ाव के बाद छड़ी यात्रा 02 सितंबर की सुबह दुर्गठी से भरमौर के लिए प्रस्थान करेगी। वहांं चौरासी मंदिर भरमौर में रात्रि ठहराव के बाद आगे की यात्रा के लिए छड़ी 03 सितंबर को भरमौर से हड़सर के लिए कूच करेगी। हड़सर पवित्र स्थल पर पड़ाव डालने के बाद यात्रा 04 सितंबर को हड़सर से धनछौ के लिए रवाना होगी। धनछौ में छड़ी रात्रि पडाव डालने के बाद 05 सितंबर को धनछौ से मणिमहेश डल झील की ओर बढ़ेगी। जहां रात्रि विश्राम के उपरांत 06 सितंबर राधाष्टमी के दिन सुबह चार बजे ब्रम्ह मुहूर्त में दशनाम की छड़ी को पवित्र डल झील में डुबकी लगवाई जाएगी। तदोपरांत राधाष्टमी का स्नान में श्रद्धालु भाग लें सकेंगे।