- पर्ची नगर निगम की, वसूली कर रहे हैं गुंडे : पूछने पर कहते हैं, गूगल करके देख लो, कितना बड़ा गुडा है
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। रांची नगर निगम ने पैसे के लिए पार्किंग स्थल को गुंडों के सुपुर्द कर दिया है। राजधानी रांची के मेन रोड स्थित जीएल चर्च कॉप्लेक्स के सामने वाले रोड पर स्थित पार्किंग अब बेलगाम गुंडों की देख-रेख में चल रही है। बेलगाम इसलिए क्योंकि वे लोग सारे नियम कानून को ताक पर रख कर आम लोगों से मनमानी वसूली कर रहे हैं और वह भी दिनदहाड़े और नगर निगम की नाक के नीचे। जीएलचर्च कॉप्लेक्स रांची के मध्य में बसा है। यह इलाका रांची का सबसे हाई प्रोफाइल इलाका है। यहां रांचीवासी अपने परिवार के साथ आते हैं और समय बिताते हैं। लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि ठीक उन्हीं के आस-पास ऐसे नमूने और गुंडे हैं, जो पार्किंग के नाम पर मनमाने तरीके से उनसे पैसे वसूल सकते है और पूछने पर पार्किंग के ओनर का नाम बता कहेंगे कि यह यहां का सबसे बड़ा गुंडा है। पुलिस और नेता इसके तलवे चाटते हैं, इसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, तो तुम लोग क्या चीज हो। और उसके बारे में अगर और जानना है तो उसका नाम गुगल कर लेना। और देख लेना कि वह गुंडा ही नहीं सभी गुंडों का बाप है। यह सब सुन कर आम आदमी उन्हें मुंह नहीं लगाता और अपनी जेब से उन्हें पैसे दे देता है।
पैसे देने के बाद रसीद मांगने पर वह अपको और दो बात सुना देगा और जेब से एक छोटी सी पर्ची निकाल कर और उस पर्ची पर कलम से कुछ घसीट कर लिख देगा, जिसे आप पढ़ भी नहीं सकते। सबसे खास बात यह कि वह बड़ी ही चतुराई से पर्ची पर छपी राशि को काट देता है और पूछने पर आपको धमका कर कहेगा कि जो बोल दिया, उतना देना पड़ेगा। पर्ची पर रांची नगर निगम का नाम छपा होता है, जो आम लोगों को और भी मायूस कर देता है। पर्ची देख कर ऐसा लगता है, जैसे कि नगर निगम भी इन जैसों का साथ दे रहा है।
अगर पर्ची पर नगर निगम का नाम छपा हो, तो लोग सवाल जरूर करेंगे कि पार्किंग का चार्ज कितना है। लेकिन सवाल के जवाब में पार्किंग के ओनर के नाम की धमकी मिलती है, और कहा जाता है कि गुगल करके देख लो कि वह कितना बड़ा गुंडा है ।
अब सवाल नगर निगम से है। आखिर क्यों इन जैसे लोगों को प्रसाशन सामाजिक कार्यों का ठेका देता है? क्यों ऐसे गुंडों को ठेका और टेंडर दिया जाता है? क्या ठेका और टेंडर देने से पहले इनका वेरिफिकेशन नहीं किया जाता? क्यों ऐसे असामाजिक और सड़क छाप गुंडों को ऐसे कार्यों में लगा दिया जाता है, जो आम लोगों की सेवा से जुड़ा हुआ होता है?
सड़क पर पार्किंग की सुविधा आम लोगों की सहूलियत के लिए होती है ना कि उनसे मनमाना वसूली के लिए। अगर ऐसा है तो नगर निगम उस पर्ची पर से अपना नाम हटा दे और उस तथाकथित गुंडे का नाम छापे, जिससे नगर निगम का नाम बदनाम तो नहीं होगा।