रांची। अंजुमन बचाओ मोर्चा की अहम बैठक सोमवार को रांची के मुसाफिर खाना में आयोजित हुई, जिसमें आगामी अंजुमन इस्लामिया चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि इस बार बिरादरी की सीमाओं से ऊपर उठकर ऐसे ईमानदार और निष्पक्ष प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा, जिनकी छवि साफ हो और जो समाज की सेवा में सक्रिय रहते हों।

वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि जनता अब भ्रष्ट और विवादित छवि वाले नेताओं से दूरी बना रही है, इसलिए संगठन की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह समाज के प्रति जवाबदेह उम्मीदवारों को सामने लाए। उन्होंने मरहूम रमज़ान कुरैशी को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा अंजुमन को मजबूत करने के लिए मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के विचारों को प्राथमिकता देते थे।

बैठक में दो प्रमुख प्रस्ताव भी पारित हुए। पहला, अगर निवर्तमान कमिटी तीन वर्षों का लेखा-जोखा और ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करती है, तो वक्फ बोर्ड उसे प्रतिबंधित (डिपार) करे। दूसरा, मोर्चा की कोर कमिटी का जल्द ही क्षेत्रवार विस्तार संस्थापक सदस्यों के सहयोग से किया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता हाजी मज़हर ने की और संचालन संयोजक मोख्तार अंसारी ने किया। बैठक में रांची के कई प्रमुख समाजसेवी, अधिवक्ता और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

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