पश्चिमी सिंहभूम। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने जिले के नोवामुंडी थाना क्षेत्र में हुए कथित अवैध लौह अयस्क खनन मामले में गंभीर आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी और जिला खनन पदाधिकारी पर पद का दुरुपयोग करने और मामले को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

शनिवार को चाईबासा के जुबली तालाब स्थित कैफेटेरिया में आयोजित प्रेस वार्ता में मधु कोड़ा ने बताया कि 14 अक्टूबर की रात लगभग 12:30 बजे उन्हें सूचना मिली थी कि नोवामुंडी रेलवे साइडिंग नंबर-5 के पास अवैध खनन किया जा रहा है। सूचना मिलते ही वे अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और देखा कि कई ट्रक, लोडर और जेसीबी मशीनें लौह अयस्क की लोडिंग कर रही थीं।

उन्होंने बताया कि मौके से उन्होंने दो लोडेड ट्रक, एक जेसीबी और एक पेलोडर सहित कई वाहनों को जब्त कर पुलिस को सौंपा, लेकिन थाना प्रभारी ने कई घंटे बाद भी कार्रवाई की और तीन दिन बीतने के बाद भी कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।

मधु कोड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि जिला खनन पदाधिकारी ने भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया और मामले की जांच में लापरवाही बरती। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला गंभीर अनियमितता और मिलीभगत को दर्शाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि नोवामुंडी थाना प्रभारी और जिला खनन पदाधिकारी को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि राज्य की राष्ट्रीय संपत्ति और पर्यावरण की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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