झारखण्ड विधानसभा सत्र के चौथे दिन बुधवार को वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट…
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हर बड़ा सपना अपनी पूर्णाहूति के लिए बड़े संघर्ष की मांग करता है। और बंगाल चुनाव में देश की अन्य…
झारखंड पुलिस के लिए एक महिला नक्सली चुनौती बन गयी है। उसकी पहचान यह है कि वह अनल की बहन है। पिंटू राणा की पत्नी है। नक्सल दुनिया में ये दोनों बड़े नाम हैं।
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार के इशारे पर चल रहे हैं। उन्होेंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गयी है। लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं बेतहाशा बढ़ गयी हैं। पहले थाना में संसाधनों की कमी थी, लेकिन आज थानों में पर्याप्त पुलिस बल और संसाधन हैं। इसके बावजूद घटनाएं बढ़
22 जून 1986 को अस्तित्व में आनेवाली आजसू पार्टी और 21 जून 1974 को जन्म लेनेवाले सुदेश महतो में कॉमन यही है कि दोनों एक-दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। सुदेश महतो ने अपने नेतृत्व से जहां आजसू पार्टी को नयी ऊंचाई दी है, वहीं आजसू ने तमाम उतार-चढ़ाव के बाद भी झारखंड की राजनीति में खुद को प्रासंगिक बनाये रखा है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने भाजपा से अलग होकर और अपने दम पर अकेले 53 सीटों पर उम्मीदवार उतार कर अपनी ताकत बतायी।
रांची पुलिस ने सूफिया मर्डर केस के मुख्य आरोपी शेख बेलाल को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी ओरमांझी के सिकिदिरी रोड से की गयी है। वह आॅटो से भाग रहा था। इसकी सूचना एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली और पुलिस ने
झारखंड-बिहार के विभिन्न जिलों में सक्रिय प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी को बड़ा झटका लगा है। डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर चतरा पुलिस की न
शेख बेलाल आपराधिक चरित्र का व्यक्ति रहा है। सूफिया की हत्या के पहले भी वह जेल जा चुका था। इसके पहले दहेज उत्पीड़न और अवैध हथियार रखने के आरोप में वह जेल गया था। इस बार तो पत्नी की हत्या के मामले में पकड़ा गया है। जब वह ओरमांझी पुलिस की गिरफ्त में आया, तो उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी कि उसने क्रूरता से जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया है। रांची पुलिस द्वारा गठित एसआइटी के हर सवाल का जवाब वह बड़े आराम से दे रहा था। उसने पुलिस के सामने स्वी
झारखंड और केंद्र सरकार के बीच धीरे-धीरे टकराव की स्थिति बन रही है। एक ओर जहां केंद्र सरकार डीवीसी के बकाया मद की राशि की कटौती तो कर ले रही है, वहीं केंद्रीय संस्थानों पर झारखंड का जो 74582 करोड़ रुपये बकाया है, उसे चुकाने में केंद्रीय संथान कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे, केंद्र सरकार भी कोई मदद नहीं कर रही। इसे लेकर झारखंड में महागठबंधन बार-बार केंद्र सरकार से सवाल पूछ रहा है।
झारखंड सरकार की ओर से केंद्र के साथ हुए करार को तोड़ने के बावजूद रिजर्व बैंक ने झारखंड सरकार के अकाउंट से 714 करोड़ रुपये की कटौती कर ली है। यह कटौती डीवीसी को झारखंड सरकार की ओर से बकाया भुगतान न किये जाने के चलते की गयी है। बता दें कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से छह जनवरी को ही राज्य सरकार के खाते से कटौती का पत्र जा
झारखंड के 3.50 करोड़ लोगों का इंतजार अब खत्म हो चुका है। कोरोना वैक्सीन की पहली खेप झारखंड पहुंच चुकी है। अब 16 जनवरी को पूरे देश के साथ झारखंड में भी महाटीका अभियान की शुरुआत होगी। कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की पहली खेप रांची एयरपोर्ट से स्टेट वेयरहाउस तक कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचायी गयी। वैक्सीन को 32 मिनट के अंदर