साढ़े पांच महीने के लॉकडाउन के बाद अब देश चौथे चरण के अनलॉक के दरवाजे पर पहुंच गया है। सरकार की ओर से लगभग सभी गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दे दी गयी है। केवल शिक्षण संस्थान, स्वीमिंग पूल और इसी तरह की कुछ गतिविधियों पर पाबंदी जारी रहेगी। इस रियायत का यह मतलब कतई नहीं निकाला जाना चाहिए कि कोरोना संक्रमण का खतरा पूरी तरह खत्म हो गया है या कम हो गया है। आज भी यह खतरा हमारे सामने पहले से कहीं अधिक विकराल रूप
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झारखंड में कोरोना संक्रमण का पहला मामला मिलने के पांच महीने बाद राज्य सरकार ने स्वास्थ्य के मोर्चे पर बड़ा कदम उठाया है और निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की अधिकतम दर तय कर दी गयी है। सरकार ने सख्त ताकीद की है कि यदि निर्धारित दर से अधिक
कोरोना संकट के दौर में पूरे देश और राज्यों में सबसे अधिक दबाव स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक मोर्चे पर है। हालांकि मार्च से लेकर अब तक की पांच महीने की अवधि में राज्यों की स्वास्थ्य सेवाओं ने उल्लेखनीय काम किया है। राष्ट्रीय स्तर पर भी हम पश्चिमी देशों से बहुत पीछे नहीं हैं। लेकिन इस उपलब्धि का एक और पहलू यह भी है कि हिंदी पट्टी के प्रदेशों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यह दीगर है कि संक्रमण से मुक्त होने की दर संतोषजनक है।
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के भीतर का बवंडर शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने जो ‘लेटर बम’ फोड़ा, उसकी आवाज तो कार्यसमिति की बैठक में किसी तरह दबा दी गयी, लेकिन उस बम से निकले बारूद की गंध आनेवाले कई दिनों तक इस ग्रैंड ओल्ड पार्टी को अपनी चपेट में लिये रहेगी। 135 साल पुरानी कांग्रेस आज एक बार फिर दोराहे पर आकर खड़ी हो गयी है।
कोरोना महामारी ने पूरे जीवन चक्र को एकदम से बदल कर रख दिया है। जीवन का शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो, जिस पर इस महामारी का असर नहीं पड़ा है। जन्म से लेकर मौत तक और सूर्योदय से लेकर अगली सुबह तक जीवन का हर क्षण इस बीमारी के कारण पैदा हुए तनाव से जूझ रहा है। ऐसे में अब विद्यार्थियों के लिए एक नया तनाव पैदा हो गया है। इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए अगले महीने जेइइ और नीट की परीक्षा आयोजित करने की घोषणा
झारखंड की पांचवीं विधानसभा में झाविमो के चुनाव चिह्न पर जीत कर आये तीन विधायकों का मामला एक बार फिर…
सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिभाशाली अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआइ जांच के आदेश को सही ठहरा दिया है। इसके साथ ही दिवंगत अभिनेता के परिवार और उनके लाखों प्रशंसकों की आंखों में इंसाफ पाने की उम्मीद की एक चमक दिखाई देने लगी है।
सिस्टम के लिए खतरनाक है जामताड़ा एसपी का रवैया’यह केवल क्षेत्राधिकार या दो राज्यों के बीच का मामला नहीं स्वस्थ…
पार्टी की पुरानी कार्यशैली को बदलने का मिला है साफ संदेश ’अब नये अवतार में दिखेगी देश की सबसे पुरानी…
आजाद सिपाही संवाददाता रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनकी सरकार चुनाव से पहले किये गये वादों को…
राज्यों को भरोसे में नहीं लेने का नतीजा आया सामने स्थगन के बाद होने लगी चर्चा हड़बड़ी में उठाया गया…