पहली बार रामलीला मैदान में बोलने का मौका मिला, यह मेरा सौभाग्य है
उम्मीद है कि इस बार इंडी गठबंधन जीत कर आयेगा और सरकार बनायेगा
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा है कि हेमंत सोरेन के साथ भेदभाव हुआ है। अब तो चार जून का इंतजार है, जब देशवासी अपना जनादेश देंगे। सोमवार को दिल्ली से लौटने के बाद बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में बदलाव की कसमसाहट साफ देखी जा सकती है। उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई महारैली के अनुभवों को साझा किया। कल्पना ने कहा कि यह रामलीला मैदान में उनका पहला कदम था। वह पहले कभी रामलीला मैदान नहीं गयी थीं। वह खुद को सौभाग्यशाली मानती हैं कि झारखंड की तरफ से उन्हें चंपाई चाचा के साथ अपनी बातों को रामलीला मैदान में रखने का मौका मिला। इंडिया गठबंधन को मजबूती देने का मौका मिला।
कल्पना ने आगे कहा जिस तरह से हेमंत सोरेन ने चार साल से झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया, जिस तरह से उनके साथ भेदभाव किया गया, चुनाव से पहले उनकी गिरफ्तारी हुई है, उन सारी बातों को देश के सामने रखने का मौका मिला। साथ ही साथ महिलाओं, आदिवासियों की बातों को रखने का भी मौका मिला, जिसके लिए मैं खुद को सौभाग्यशाली समझती हूं। अब चार जून का सबको इंतजार करना होगा। तभी पता चलेगा कि बदलाव किस तरह हुआ है। पूरी उम्मीद है जीतकर ही आयेंगे। गांडेय उपचुनाव में प्रत्याशी बनाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तो ऐसी कोई बात नहीं हुई है।