खूंटी: कुख्यात नक्सली और प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलफआइ के जोनल कमांडर जीदन गुड़िया एक बार फिर अपने सात-आठ गुर्गांे के साथ फरार होने में सफल रहा, पर पुलिस ने उसके दो करीबी और हार्डकोर नक्सली प्रभुसहाय नाग उर्फ डेंडे और रोशन बोदरा को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन मोटरसाइकिलें, मोबाइल, पिट्ठू , बाइक बनाने के सामान के अलावा अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद करने में सफलता पायी है। दोनों तोरपा के जिलंंिगबुरू गांव के रहने वाले हैं।

अपने कार्यालय में पत्रकारों को एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ के कुछ उग्रवादी तोरपा थाना के तपकारा ओपी क्षेत्र के जिलिंगबुरू जंगल में शरण लिये हुए हैं और किसी गड़ी आपराधिक योजना को अंजाम देने की फिराक में हैं। एसपी के निर्देश पर तोरपा के एसडीपीओ नाजीर अख्तर के नेतृत्व एक टीम का गठन किया गया, जिसमें तोरपा के थाना प्रभारी अमित कुमार तिवारी, तपकारा ओपी प्रभारी चंद्रशेखर आजाद, एसआइ जगदीश चंद्र मुर्मू, एसआइ जवाहर लाल शर्मा और तपकारा के रिजर्व गार्ड को शामिल यिा गया। एसपी के अनुसार पुलिस मंगलवार की शाम जैसे ही जिलिंगबुरू जंगल पहुंची, तो कुछ अपराधी एक त्रिपाल के नीचे हथियार के साथ बैठे नजर आये। पुलिस को देखते ही सभी अपराधी घने जंगल का लाभ उठा कर भागने लगे, पर पुलिस के जवानों ने प्रभुसहाय और रोशन को खदेड़ कर पकड़ लिया।

ये सामान हुआ बरामद
उनके पास से एक सीबीजेड, एक करिज्मा और एक हीरो होंडा बाइक के अलावा मोबाइल, सिम, पिट्ठू के अलावा दैनिक उपयोग के सामान, दवा, चटाई और कल-पूर्जे बरामद किये गये। गिरफ्तार नक्सलियों ने बताया कि फरार नक्सलियों में जीदन गुड़िया के अलावा ऐठल बादरा संतोष कंडुलना, सुखराम गुड़िया, उड़नदेव स्वांसी और संजय डहंगा शामिल हैं। प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ नाजीर अख्तर, थाना प्रभारी अमित कुमार तिवारी, ओपी प्रभारी सीएस आजाद आदि भी उपस्थित थे।

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