रांची। झारखंड में नयी उत्पाद नीति घोषित होने के बाद चार महीने बाद शराब की बिक्री कम गयी है। खुदरा शराब दुकानों की सेल इफीसिएंसी बिक्री) संतोषजनक नहीं होने को लेकर उत्पाद आयुक्त ने 11 जिलों के सहायक उत्पाद आयुक्तों से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने रामगढ़, धनबाद, गढ़वा, लोहरदगा, सिमडेगा, पलामू, जामताड़ा, पाकुड़, गिरिडीह, सरायकेला-खरसांवां और पश्चिमी सिंहभूम के सहायक आयुक्त से स्पष्टीकरण की मांग की है। उत्पाद आयुक्त ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के अगस्त माह की बिक्री काफी कम हुई है। अगस्त माह के लिए पूरे राज्य से 392.32 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जबकि अगस्त माह में मात्र 251.14 करोड़ रुपये के ही शराब सभी 24 जिलों में बिके। उन्होंने कहा है कि इससे यह स्पष्ट होता है कि रामगढ़, धनबाद, लोहरदगा, पलामू, सिमडेगा, गढ़वा, जामताड़ा, पाकुड़, गिरिडीह, सरायकेला-खरसांवां तथा पश्चिमी सिंहभूम जिले में सेल इफीसिएंसी अन्य जिलों की तुलना में असंतोषजनक है। इसकी वजह से राजस्व में 36 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी। यह एक चिंता का विषय है, क्योंकि शराब बिक्री से राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य शत-प्रतिशत होना चाहिए।
एक सप्ताह के अंदर मांगा गया स्पष्टीकरण
उत्पाद आयुक्त ने इस संबंध में सभी संबंधित जिलों के सहायक आयुक्त से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो राजस्व में शिथिलता मानते हुए कार्रवाई की जायेगी।
उधर झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ के सुबोध जायसवाल ने शराब की बिक्री कम होने पर कहा है कि झारखंड स्टेट बेवरेज कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा जो निकाला गया है आंकड़ा इसमें देखा जा सकता है कि मई से 8 सितंबर तक टारगेट कितना करना था और कितना टारगेट अचीव किया गया। कि सरकार का शराब का रेवेन्यू तो 110 परसेंट सुरक्षित है। यह हासिल भी हो जायेगा। जेएसबीसीएल का कंपनी और गोदाम, दुकानों की देनदारी दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जो अंत में कंपनी के बकाये में जुड़ेगा। दुकानों का बकाया, गोदाम का बकाया जेएसबीसीएल कहां से देगा, क्योंकि जेएसबीसीएल के पास अपना फंड नहीं है। जेएसबीसीएल के पास मात्र 20 करोड ही फंड है जबकि कम से कम 100 करोड़ की आवश्यकता है। इस वर्ष की शराब नीति में जेएसबीसीएल को 95 प्रतिशत निवेश गोदामों में करना है। पर अब तक मात्र 5 प्रतिशत ही प्राइवेट गोदाम में इनवेस्ट किया गया है।